मंगलवार, 28 जुलाई 2015

बच्चों में कुंठा के भाव

मेरा बच्चा गुस्सा क्यों करता, मेरी समझ में नही आता क्या करूँ ?
अक्सर बच्चें के माता-पिता को ये बात करते सुनते हैं, तब क्या करना चाहिए .
वर्तमान समय में बच्चों में कुंठा के भाव देखने को मिलता है, जिसका मूल कारण होता है की कुछ कठिनाइयों का सामान नहीं कर पाता, जिसका समाधान नहीं कर पाता हैं. उस समस्या का समाधान नहीं होने की वजह से बच्चें को इस अवस्था में कुंठा हो जाती हैं. जिससे गुस्सा हो जाता हैं, जिसका मनोवैज्ञानिक परीक्षण से ज्ञात होता हैं की अत्यधिक आवश्यकताओं के पूर्ति में मध्य, कुछ
1. आवश्यकता को अभी भावक पूर्ति नहीं करते,
2. उचित मांग का ज्ञान नहीं होने से कहने में हिचकिचाट,
3. गलत प्रेरणा से अनुचित मांग का पूरा नहीं होना,
4. लक्ष्य प्राप्ति में बाधा का आना,
5. उन बच्चों में ही अधिक कुंठा होती जिनकी मांग हमेशा सरलता से पूर्ति कर दी जाती हैं,
5. उन बच्चों में जिसके परिवार में आपसी समन्वय की कमी पाई जाती हैं.
काम काजी महिलाओं के बच्चों में कुंठा अधिक पायी जाती हैं,
छात्रों में छात्राओ से अधिक कुंठा पायी जाती हैं, क्योंकि छात्राओं को गुस्सा कम आता है जब की छात्रों को गुस्सा अधिक आता हैं. अगर आप का बच्चा गुस्सा, क्रोध, चिडचिडापन, क्लेश करता हो तो आप को उसकी आदत बन जाए जो एक बीमारी का रूप धारण करलें उससे पूर्व निकट किसी मनोवैज्ञानिक से परामर्शदाता से ज़रुर सम्पर्क करे. इस प्रकार कोई की समस्याओं का समाधान आसानी के किया जा सकता हैं. 

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