शुक्रवार, 1 जुलाई 2016

लक्ष्य

योजना किसी  भी लक्ष्य कार्य के लिए की जाती हैं, कार्य शिक्षा का प्रथम महत्वपूर्ण होता हैं, शिक्षा प्राप्ति के लिए भी योजना बनाना जरूरी हैं योजना बनाने से पूर्व अभिवृति और बुद्धि परीक्षण का होना जरूरी हैं. बुद्धि परीक्षण शिक्षा मनोविज्ञानी ही परीक्षण करके आप को कौन सी शिक्षा का पाठ्यक्रम लेना की सलाह देता हैं. आप की रूचि अभिवृति का परीक्षण और किस प्रकार का व्यवसाय में आप सफल होंगें का परीक्षण से मार्गदर्शन मिलेगा जिससे आप आपके भावी जीवन सफल बनाने में सार्थक हो सकेंगे. शीक्षा विषय प्राप्ति के बाद की योजना आपको एक अच्छा मार्गदर्शन दे सकता हैं, किसी स्थानीय शिक्षा मनोविज्ञान या नैदानिक मनोविज्ञान परामर्शदाता से परामर्श अवस्य करना चाहिए. ताकि आपकी योजना बनाने में अच्छा मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है. 

पेट दर्द

बच्चे अक्सर पेट दर्द के शिकायत करते जो जायज भी होती है, इसके लिए आवश्यकता के अनुसार निकट चिकित्सक से नैदानिक परामर्श आवश्यक होता हैं, कभी कभी बच्चा बीमारी का बहाना भी करता है जिसके पीछे कारण छिपे होते है, स्कूल की पढ़ाई, होम वर्क इत्यादि के कारण बच्चा पेट दर्द के बहाने करके आराम या आलस कर देता हैं, माता-पिता या अभिभावक इस बात को गंभीरता से नहीं लेते तो बच्चा आदतन अभ्यासी और  डरपोक हो जाता है, इस प्रकार से भीरुता से व्यक्तित्व विकास अवरोधंन हो जाता हैं.