बुधवार, 4 जुलाई 2018

बच्चो का विकास 1

परवरिश
1. प्रथम माता पिता का सम्मान करना बच्चों को अवश्य सिखाना चाहिए, माता पिता स्वयं भी अपने माता पिता की औलाद है, आप अगर अपने माता पिता का सम्मान देंगे तो आप के बच्चे आप से ही सीखेंगे, की हमारे माता पिता कैसे, उनके माता पिता का सम्मान करते है, वो आप के छोटे छोटे बच्चे आप से ही शिक्षा लेता है. हर व्यक्ति अपने बचपन में जो देखता है, उसको ही जिंदगी में आगे उसका अभ्यास करता है, इसलिए आप स्वयं अपने माता पिता का सम्मान कीजिये और अपने बच्चों को माता पिता का सम्मान करना सिखाईये. जिससे आप की समाज में अच्छी इज्जत , मान मर्यादा बनी रहेगी.

2. दूसरा गुरु ही वो भगवान है, जो हमे इस दुनियाभर में शिक्षा देकर,  महान, विद्वान, गुणवान, धनवान, और प्रगतिशील बनाते है, उनका सम्मान करना अपने बच्चों को अवश्य सिखा ये.

3. शिक्षा - जहा तक हो सके बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अवश्य दिलानी चाहिए, ये पालन-पोषण की बात है, अपनी क्षमता के अनुसार अच्छे स्कूल में शिक्षा दिलानी चाहिए, बच्चे की शिक्षा का पूँजी निवेश जिंदगी
भर में एक बार ही होना है, ये बार बार नहीं होता, बच्चे बड़े होने के बाद आप शिक्षा नहीं दिला सकते है, जिंदगी में आप दोबारा, मकान ले सकते है, जिंदगी में आप दोबारा मोटर वाहन इत्यादि ले सकते है, जिंदगी में आप दोबारा मकान बना सकते है, परन्तु शिक्षा से वंचित व्यस्क बच्चे को दोबारा शिक्षा नही दिला सकते.शिक्षा के मामले में आप कंजूसी नहीं कीजिये, अपने सामर्थ्य के अनुसार बच्चे को अच्छी से अच्छी स्कूल में पढ़ाइये, अच्छा ट्यूशन दीजिये, अच्छा कोचिंग दीजिये, हो सके जहा तक बिना रुकावट अच्छी शिक्षा दीजिये, हर कार्य आप दोबारा कर सकते पर बच्चों को दोबारा आप शिक्षा नहीं दिला सकते, ये सुनहरा अवसर हाथ से मत जाने दीजिये. बच्चे की शिक्षा निवेश जिंदगी में एक बार ही होना है. शिक्षा एक ऐसा निवेश है, जो आप के बुढ़ापे का सहारा होता है, अगर आप की औलाद अच्छी शिक्षित है तो वो जिंदगी भर सुख से रहेगा और आप को भी बुढ़ापे में सुखी रखेगा.
 

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