आलस एक कामचोरो की पहचान होती हैं, आलस के बहुत कारण होते हैं, जिसमे आलस होने का पहला कार्य आहार का अधिक सेवन और दूसरा नशाखोरी, इस प्रकार से ये दो क्रिया मनुष्य के विकास में बाधक होती हैं, अधिक आहार खाने से स्वतः इंसान को किसी कार्य में मन नहीं लगता और नींद आने की क्रिया शुरू हो जाती हैं, दूसरा कारण नशाखोरी की वजह से कोई कार्य करने में मन नहीं लगता, एक जब तक नशा प्राप्त नहीं होता तो उसका मन नशे को प्राप्ति के लिए लगा रहता है, जब नशा प्राप्ति होता है तो उस नशे के कारण कार्य करना नहीं चाहता हैं, तीसरी कारण प्रेरणा का अभाव अथवा इर्ष्या प्रकृति का होना, प्रेरणा का अभाव से व्यक्ति व्यक्ति हाथ पर हाथ धरे बैठा रहता हैं, एवं इर्ष्या भी व्यक्ति को प्रेरित करती है, की मै ही कार्य क्यों करू. चौथा कारण हर आवश्यकता की आसानी से सुलभ प्राप्ति होना. पांचवा कारण अनावश्यक पारिवारिक सहयोग, और छठा कारण मित्र मंडली इस प्रकार की ही होती हैं जो व्यसनी प्रकृति की होती जिसके कारण किसी भी कार्य करने में आलस करता हैं.
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